गाय हमारी माता है, जब तक दूध आता है
दूध बंद तो घास बंद ,घास बंद तो श्वास बंद
श्वास बंद देख कर हर कोई नाक चिढ़ाता है
यूँ गाय हमारी माता है, जब तक दूध आता है
पूजा मैं करता हूँ तेरी, जब तक मज़बूरी है मेरी
कहते हैं तुझे ज़माने से दुःख दर्द सब मिट जाता है
गाय हमारी माता है, जब तक दूध आता है
रक्षा तेरी को संघ घनेरे ,मर जाय तो सब मुह फेरे
माँ की किरिया करने वाला, यहाँ नीच कहलाता है
यूँ गाय हमारी माता है ,जब तक दूध आता है |